Elon Musk और Donald Trump की जो सतह पर दिखाई दे रही लड़ाई है, हो सकता है वह सिर्फ एक परदे की कहानी हो एक ऐसी रणनीति, जो दुनिया को पुराने सिस्टम से निकालकर एक नए, नियंत्रित और स्थिर वैश्विक मॉडल की ओर धकेलने के लिए तैयार की गई हो। अमेरिका आज जिस कर्ज़ के दलदल में फंसा है $34 ट्रिलियन और हर तीन महीने में उसमें $1 ट्रिलियन जुड़ता जा रहा है उससे बाहर निकलने का कोई पारंपरिक तरीका नहीं बचा है।
कर्ज का ब्याज ही सालाना $1 ट्रिलियन से अधिक हो गया है, और यह खर्च अमेरिका के रक्षा बजट से भी ज़्यादा है। अब यहां सोचने वाली बात यह है कि इस तरह का आर्थिक मॉडल कितने समय तक टिक सकता है? जवाब साफ है: ज़्यादा नहीं।
अब आइए Pi Network की ओर रुख करते हैं। Pi, एक विकेंद्रीकृत डिजिटल करेंसी है, जिसकी GCV (Global Consensus Value) को लेकर एक आंदोलन सा शुरू हो चुका है जहां Pi की संभावित स्थिर कीमत $314,159 प्रति Pi तक आंकी जा रही है। यह कोई मामूली बात नहीं है। अगर इस GCV को सरकारें, कॉरपोरेट्स और वित्तीय संस्थाएं मान्यता दें, तो एक ऐसी करेंसी सामने आ सकती है जो न केवल डॉलर को बैलेंस कर सकती है, बल्कि वैश्विक ऋण-संकट का समाधान भी बन सकती है।
अब सोचिए अगर अमेरिका जैसी अर्थव्यवस्था Pi को अपने Reserve Asset के रूप में अपनाए, और अपने कर्ज को GCV-मान्य Pi में convert करे, तो क्या होगा?
सरल शब्दों में अमेरिका को एक ही झटके में कर्ज से मुक्ति का रास्ता मिल सकता है।
अब यह सुनने में अतार्किक लग सकता है, लेकिन क्या आपको नहीं लगता कि इसी थ्योरी को सच बनाने के लिए Elon Musk और Donald Trump, जनता के सामने एक-दूसरे से अलग रुख अपनाकर पर्दे के पीछे एक संयुक्त योजना चला रहे हों?
Trump एक ओर “America First” का नारा देकर वैश्विक संस्थाओं के खिलाफ मोर्चा खोलते हैं, वहीं Elon Musk नई तकनीक, Free Speech और Decentralized भविष्य की वकालत करते हैं। दोनों ही Deep State से टकराव की बातें करते हैं लेकिन सवाल ये है कि क्या वे सच में टकरा रहे हैं, या मिलकर एक "Reset Script" खेल रहे हैं?
Deep State लंबे समय से एक Centralized, interest-based बैंकिंग सिस्टम को बनाए रखने की कोशिश कर रही है। लेकिन जब कर्ज इतना हो जाए कि उसे चुकाया ही न जा सके, तो या तो क्रैश होता है... या नया सिस्टम लाया जाता है।
Pi और GCV उसी नए सिस्टम के संकेत हो सकते हैं।
और शायद इसीलिए Pi अभी तक Mainnet पर खुलकर ट्रांसफर नहीं हो रहा, क्योंकि इसके पीछे कोई बड़ी रणनीति, कोई बड़ी डील और कोई Global Reset का हिस्सा छिपा हो सकता है। ये खेल पब्लिक लेवल पर नहीं, बल्कि Geo-Financial Chessboard पर खेला जा रहा है।
संभावना है कि एक दिन Trump और Musk मिलकर उस नए युग की घोषणा करें जहां डॉलर, ब्याज और कर्ज बीते युग की बातें बन जाएं... और GCV आधारित Pi एक नई आर्थिक आज़ादी का चेहरा बन जाए।
न्यू ज्वाइन करने वाले इस वीडियो को जरूर देख कर ज्वाइनिंग करें।
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